सद्र ए बज़्म ए कसरत या रसूल अल्लाह
राज़ दार ए वहदत या रसूल अल्लाह
हर जहां की रहमत या रसूल अल्लाह
बेहतरीन ख़िलक़त या रसूल अल्लाह
नारा ए रिसालत या रसूल अल्लाह
मेहव ए ख़्वाब ए गफ़लत या रसूल अल्लाह
हो गई उम्मत या रसूल अल्लाह
सोया बख़्त ए मिल्लत या रसूल अल्लाह
किजीए इनायत या रसूल अल्लाह
नारा ए रिसालत या रसूल अल्लाह
साहिब ए हिदायत या रसूल अल्लाह
छाया अब्र ए जुलमत या रसूल अल्लाह
नातवां है उम्मत या रसूल अल्लाह
किजीए हिमायत या रसूल अल्लाह
नारा ए रिसालत या रसूल अल्लाह
दर पये शरारत या रसूल अल्लाह
कुन की जमा'अत या रसूल अल्लाह
नातवां है उम्मत या रसूल अल्लाह
किजीए हिमायत या रसूल अल्लाह
नारा ए रिसालत या रसूल अल्लाह
मालिक ए शफ़ा'अत या रसूल अल्लाह
बेकसों की ताक़त या रसूल अल्लाह
मेज़बान ए उम्मत या रसूल अल्लाह
एक जाम ए शरबत या रसूल अल्लाह
नारा ए रिसालत या रसूल अल्लाह
नारा ए रिसालत या रसूल अल्लाह
आप की अता'अत या रसूल अल्लाह
ख़ुदा की ता'अत या रसूल अल्लाह
जिस को हो बसीरत या रसूल अल्लाह
देखो शान ए कुरबत या रसूल अल्लाह
नारा ए रिसालत या रसूल अल्लाह
दीद के हों तालिब जब ख़ुदा से मूसा
उन से लन तरानी कह दे रब तुम्हारा
पर तुम्हारे रब से तुम को मेरे मौला
है पयाम ए वस्लत या रसूल अल्लाह
नारा ए रिसालत या रसूल अल्लाह
करना था ख़ुदा को हम पे आशकारा
आख़री नबी है उसको सबसे प्यारा
कोई भी नबी हो पिछली उम्मतों का
तुम को सब पे सबक़त या रसूल अल्लाह
नारा ए रिसालत या रसूल अल्लाह
तुम को जो बताए अपने जैसा इनसां
कौर ए चश्म है वो दो जहां के सुल्तां
देव का है बंदा वोह अदू ए रहमां
जिस को तुम से नफ़रत या रसूल अल्लाह
नारा ए रिसालत या रसूल अल्लाह
तुम हो नूर ए यज़्दां शम'आ ए बज़्म ए इमकां
तुम हो वज्ह ए हर शै दहर की रग ए जां
तुम से कोह ओ सहरा तुम से ये गुलिस्तां
तुम बक़ा ए ख़िलक़त या रसूल अल्लाह
नारा ए रिसालत या रसूल अल्लाह
दहर में है क्या शै तुम से जो निहां है
तुम पर हाल ए अख़्तर बिलयक़ीन अयां
बस मेरी ख़मोशी ही मेरी जुबां है
क्या करूं शिकायत या रसूल अल्लाह
नारा ए रिसालत या रसूल अल्लाह
