कहानी पढ़ना कैसा ?
हज़रात ए मोहतरम आज की इस पोस्ट में हम जानेंगे की दस बीवियों की कहानी और सोलह सय्यदों कि कहानी और नूर नामा पड़ना कैसा है ?
क्या फरमाते हैं आला हज़रत?
क्या फरमाते हैं उलमा ए इकराम?
शरीयतन जायज़ है या नज़ाइज ?
16 सैय्यद की कहानी?
सबसे पहले जानते हैं 16 सय्यदों की कहानी के बारे में.
जवाब→ ये बिलकुल झूठी और बनावटी कहानियां हैं ये किसी शिया फिरके के शख्स कि बनाई हुई है
उलमा क्या कहते हैं ?
मुफ़्ती शरीफुल हक़ अमजदी رحمت اللہ علیہ फरमाते हैं
इस किताब में शुरू से लेकर आखिर तक झूट है इस किताब में ज़रा भी सच्चाई नहीं है इस किताब को पड़ना और सुनना कुछ भी जायज़ नही है इस किताब में कुछ जुमले ( अल्फाज़) ऐसे हैं जो आपको इस्लाम से बेदखल कर देंगे।
इसीलिए इस किताब को हरगिज़ न पड़े और न सुने और न अपने घर में रखें।
10 बीबी की कहानी ?
आइए अब जानते है दस बीवीयों की कहानी के बारे में
जवाब→ ये किताब भी झूटी कहानियों से भरी पड़ी है इस किताब का पड़ना भी जायज नही और सुनना भी।
नूर नाम। पढ़ना कैसा ?
अब जानते हैं नूर नामा के बारे में. इस किताब के वाकियात की कोई सनद( दलील) नही ये किताब भी झूटी कहानियों से भरी है इसका पड़ना भी जायज़ नहीं
आला हज़रत क्या फरमाते हैं?
इमाम इश्क ओ मोहब्बत परवाना ए शम ए रिसालत आला हज़रत इमाम अहमद रज़ा कहां क्या फरमाते हैं →
नूर नामा और उसकी रवायतें बे अस्ल है और उनका पढना भी दुरुस्त नही है..
फिर सवाब की बात तो बहुत दूर रही
Refrence
दोस्तों ये बाते मैं अपनी तरफ से नहीं कर रहा हूं आप इन किताबों का मुताला कर सकते हैं
(1) मनघडंत और बनावटी रवायतें सफ़ा,33-34-35)
(2) महानामा अशरफिया,नवम्बर-2000
(3) फ़तावा
रज़विया हिस्सा -12*
*सफ़ा-353)
10 Bibiyon Ki Kahani Padna Kaisa, 16 sayyedo Ki Kahani Padna Kaisa, Noor Nama Padna Kaisa,
lashkareRaza
